Wednesday, July 2, 2008

१२३ एग्रीमेंट



आजकल १२३ करार सियासी गलियों में चर्चा का विषय बना है । मानलिजीये कांग्रेस , भाजपा , वामपंथी पार्टी और समाजवादी पार्टी के नुमांइदे साथ साथ खडे हो और पैरोडी में सवाल जबाब करने हों तो कैसे कहेंगे।


( काग्रेस सरकार की ओर से पहला बयान आता है )


करुंगा करार चाहे करले तकरार


गिर जाए सरकार इसकी नही परवाह ।।


(लेफ्ट गुस्से से लाल होकर कांग्रेस से कहता है )


करोगे करार तो होगा यूपीए दो फाड


मजा आएगा तुम्हें जब करेंगे दहाड।।


( भला बीजेपी वाम पार्टियों को कहां छोडने वाली थी )


भौंकोगे जरुर लेकिन काटोगे नही ।


सत्ता सुख का मोह कभी त्यागो गे नही ।।


(और अंत में अमर सिह जी को भी बोलना पडा २४ अकबर रोड के सामने जाकर)


बरबादियों की अलग दास्ता हूं ॥


माया के डर से तेरे दर पे खडा हूं।।