
आजकल १२३ करार सियासी गलियों में चर्चा का विषय बना है । मानलिजीये कांग्रेस , भाजपा , वामपंथी पार्टी और समाजवादी पार्टी के नुमांइदे साथ साथ खडे हो और पैरोडी में सवाल जबाब करने हों तो कैसे कहेंगे।
( काग्रेस सरकार की ओर से पहला बयान आता है )
करुंगा करार चाहे करले तकरार
गिर जाए सरकार इसकी नही परवाह ।।
(लेफ्ट गुस्से से लाल होकर कांग्रेस से कहता है )
करोगे करार तो होगा यूपीए दो फाड
मजा आएगा तुम्हें जब करेंगे दहाड।।
( भला बीजेपी वाम पार्टियों को कहां छोडने वाली थी )
भौंकोगे जरुर लेकिन काटोगे नही ।
सत्ता सुख का मोह कभी त्यागो गे नही ।।
(और अंत में अमर सिह जी को भी बोलना पडा २४ अकबर रोड के सामने जाकर)
बरबादियों की अलग दास्ता हूं ॥
माया के डर से तेरे दर पे खडा हूं।।